69+ Farewell shayari in hindi for seniors | फेयरवेल शायरी इन हिंदी

Farewell shayari



फेयरवेल शायरी इन हिंदी फॉर सीनियर्स funny | Motivation farewell shayari in hindi | Farewell party farewell shayari | Farewell shayari for teacher


आज यहां से विदा हो कर चले
जाओगे,पर आशा है यही है कि
जहां भी जाओगे, खुशियां ही
खुशियां पाओगे।




आपके साथ कुछ लम्हे कई यादें
बतौर ईनाम मिले, एक सफर पर
निकले और तजुर्बे तमाम मिले।




आपकी विदाई की इस बेला में,
कहता हूं सच, रह जाऊंगा अकेला मैं,
फिर भी दुख-सुख में हूं आपके साथ,
आप रहो जहां वहां मिले नई सौगात।




आज मिलेंगे, कल मिलेंगे
विदा हो जाओगे आज आप
ना जाने फिर कब मिलेंगे।




आपके साथ ये सारे मौसम फरिश्ते
जैसे महसूस होते थे, आपके बाद
ये मौसम हमें बहुत सतायेंगे।




फिक्र करूं या जिक्र करूं आपके
बिना ये सफर कैसे पूरा करूं दिमाग
को समझाऊं तो मन नहीं समझता
दिल को समझाऊं तो आंखें रो
पड़ती है।




विदाई की घड़ी है आई सबके
आँखों में आँसू है लाई,आपकी
पूरी हो हर अभिलाषा दुआ ये
सबके जुबान पर है आई.




अब जाने पर उदास क्या होना,
अब बिछड़ने पर बदहवास क्या
होना,यही तो दस्तूर है इस दुनिया
का कि, एक बार मिलना और
मिलकर जुदा होना।




मानो आप ही थे मेरा परिवार,
और आप ही थे मेरे यार,
नहीं कोई था सीनियर आप-सा,
संभाला था आपने मुझे हर बार।




आज आप हम से तो जुदा हो
जाओगे दुआ करते है जहा भी
जाओगे खुशियाँ पाओगे।




विदा तो आप हो रहे हो इस कॉलेज
से बस आंखों के सामने से जा रहे हो
दिल से कैसे निकल के जाओगे आप।




करते हैं अलविदा आपको,
दिल से इसे स्वीकार कर लेना,
दिल में बसाया है आपको,
वक्त मिले तो हमें याद कर लेना।




आज मिलेंगे, कल मिलेंगे
विदा हो जाओगे आज आप
ना जाने फिर कब मिलेंगे।




दस्तूर है जमाने का यह पुराना,
लगा रहता है यहां आना और
जाना,रहो जहां अपनी छाप ऐसे
छोड़ जाना, हर कोई गुनगुनाता
रहे आपका ही तराना।




आप जैसा बड़प्पन, नहीं है कहीं,
आप जैसा सरल मन, नहीं है कहीं,
आपको हम विदा, आज कर दें मगर,
सीनियर ऐसा सज़्ज़न, नहीं है कहीं.




आप जैसे सीनियर किस्मत से
मिलते हैं जैसे पतझड़ में मानो
फूल खिलते हैं चले जाओगे हम
को अकेला छोड़कर हमेशा आप
खुश रहो यही शब्द निकलते हैं।




न जाने कैसे सब थम सा गया है
ये लम्हा, ये मुलाकात, ये जज्बात,
जैसे कोई साजिश होने को है
मनो कोई अपना खोने को है




आज मिलेंगे, कल मिलेंगे
विदा हो जाओगे आज आप
ना जाने फिर कब मिलेंगे।





एहसास करा देती है रूह, जिन की बातें नहीं होती
इश्क वो भी करते है जिन की, मुलाकातें नहीं होती




है विदाई की यह बेला, लगा है आंसुओं का रेला, पर है खुशी का साथ…
है आगे दुनिया बड़ी जहां मिलेगी आपको जीवन की नई सौगात।

कल न हम होंगे न कोई गिला होगा,


सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा,
जो लम्हें हैं चलो हंस के बिता लें ,
जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा


यदि आप इतने हिम्मत वाले है कि अलविदा कह सकें,
तो आपका जीवन आपको एक नया हाय अवश्य कहेगी.

साथ-साथ जाते थे स्कूल लेकिन आज हम जुदाहो जायेंगे


रखना ख्याल अपना दोस्तों क्योंकिआज हमविदा होजायेंगे।


बहुत याद आयेंगे ये कॉलेज के दिन,
कैसे दिन गुजरेगी यारा तेरे बिन


खूबियां हम में इतनी तो नहीं ,
कि तुम्हें कभी याद आएंगे,
पर इतना तो ऐतबार है हमें खुद पर,
कि आप हमें कभी भूल नहीं पायेंगे


समुन्दर न हो तो कश्ती किस काम की
मजाक न हो तो मस्ती किस काम की
दोस्तों के लिए कुर्बान है ये जिंदगी,
अगर दोस्त न हो तो फिर ये जिंदगी किस काम की


विदा तो होना ही था आपको आज हो या कल
पर जुदा कभी मत होना ये वादा करो अब।


आप हमसे दूर नहीं जा रहे हैं, आप हमारे दिल के पास आ रहे हैं,
आप जहाँ में जहाँ भी रहे, मुस्कुराते और खिलखिलाते रहे।


एक गुज़ारिश
एक इल्तिजा
रुक जाओ ना।


साथ गुजरे जो पल भुला न देना,
साथ गुजरे जो पल भुला न देना,
रुकना मत तुम तब तक
जब तक कुछ बनकर ज़माने को दिखा देना


आप जैसा बड़प्पन, नहीं है कहीं,
आप जैसा सरल मन, नहीं है कहीं,
आपको हम विदा, आज कर दें मगर,
सीनियर ऐसा सज़्ज़न, नहीं है कहीं.


मिलना बिछड़ना दुनिया की रीत है
इसको ख़ुशी से निभाते रहो
कब किस्से दिल मिल जाये इसलिए


आँख से दूर सही दिल से कहाँ जाएगा
जाने वाले तू हमें याद बहुत आएगा


जाने वाले से मुलाक़ात न होने पाई
दिल की दिल में ही रही बात न होने पाई


उस को रुख़्सत तो किया था मुझे मालूम न था
सारा घर ले गया घर छोड़ के जाने वाला


जाते हो ख़ुदा-हाफ़िज़ हाँ इतनी गुज़ारिश है
जब याद हम आ जाएँ मिलने की दुआ करना




अब तुम कभी न आओगे यानी कभी कभी
रुख़्सत करो मुझे कोई वादा किए बग़ैर


याद है अब तक तुझ से बिछड़ने की वो अँधेरी शाम मुझे
तू ख़ामोश खड़ा था लेकिन बातें करता था काजल


तुम सुनो या न सुनो हाथ बढ़ाओ न बढ़ाओ
डूबते डूबते इक बार पुकारेंगे तुम्हें


आपके वास्ते कुछ भी कर जाएंगे आपके वास्ते
कुछ भी कर जाएंगे आप कर दे इशारा तो मर जाएंगे


मुश्किलों से .भाग जाना .आसान होता है मुश्किलों .से
.भाग .जाना .आसान होता है हर पहलू जिंदगी का इम्तिहान होता है






आप का साथ धूप में छांव है
आप का साथ समंदर में नाव है
आप का साथ अंधकार में प्रकाश है
कर रहे है आज आप को विदा
पर दिल में आपका ही नाम है।




आप थे तो, सफल हो गये
आप थे तो, हवा सारे गम हो गये
हम अकेले चले तो, बहुत खार थे
आप के साथ राहों में, गुल हो गये।




बेफिक्र था मैं, सर पर जो आपका हाथ था
बे हिसाब था मैं, आपके हाथों में जो हिसाब था
विदा तो कर दूंगा आज आपको
लेकिन यह बहते आंसू ना रोक पाऊंगा।




विदा होकर आज ही यहां से चली जाओगे
पर आशा है कि जहां भी जाओगे
खुशियां ही पाओगे।







यादों की झड़ी सी है आंखों में छाई
हो रही है आज आपकी विदाई
हम करते है ईश्वर से प्रार्थना
पूरी हो जीवन की हर कामना।




फिक्र करूं या जिक्र करूं
आपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं।




दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझता
दिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है।






जीवन की कश्ती डगमग थी किनारे लगा दिया
जमीं से उठाकर सिहासन पर बिठा दिया
और क्या तारीफ करूं आपकी आपने तो
खुद को मिटा कर हमें बना दिया।






मिलते-झुलते रहेंगे आपकी भावनाओँ के साथ
आज से होगी आपके जीवन की शुभ शुरुवात।



समुन्दर न हो तो कश्ती किस काम की
मजाक न हो तो मस्ती किस काम की
दोस्तों के लिए कुर्बान है ये जिंदगी,
अगर दोस्त न हो तो फिर ये जिंदगी किस काम की

विदा तो होना ही था आपको आज हो या कल
पर जुदा कभी मत होना ये वादा करो अब।

होंगे जुदा ऐसी कोई खबर आई है
दिन भी है बेचैन, साँसे थम आई है
देंगे हम आपको फेयरवेल की पार्टी लेकिन…
होने लगी है बेचैनी और आँखे भर आई है।

कभी नालायक हुआ करते थे, आज लायक बन गएजिन्दगी में
ना जाने कब क्या कर गए आप ही बताओ अब कैसे कर दे आपको विदा…
जिनकी शिक्षा और प्यार से हम आज क्या से क्या बन गए।

बहुत याद आयेंगे ये कॉलेज के दिन,
कैसे दिन गुजरेगी यारा तेरे बिन.

जब ज़रूरत थी परिवार की मिल गया,
जब ज़रूरत पड़ी प्यार की मिल गया,
यूँ कहाँ सीनियर आपसे हैं यहाँ ,
जब ज़रूरत पड़ी यार की मिल गया…

जीवन के सारे आशाओं को पूरा कर देते हैं,
गुरू, शिष्य के जीवन को खुशियों से भर देते हैं.



मेरे सीनियर ने थोडा सताया भी पर बड़े
भाई की तरह प्यार जताया भी थोडा
परेशान भी किया रास्तों पर, पर सही
रास्ता बताया भी.

खूबियाँ इतनी तो नही हम में कि तुम्हे कभी याद आएँगे
पर इतना तो ऐतबार है हमे खुद पर
आप हमे कभी भूल नही पाएँगे।




हमने मांगा था साथ उनका
वो जुदाई का गम दे गए
हम यादों के सहारे जी लेते
वो भूल जाने की कसम दे गए।

हमें छोड़कर जहाँ भी जायेंगे,
यकीन है खुशियाँ ही खुशियाँ पायेंगे.
जी भरकर दिल की बात न हो पाई,
एक मस्त अनोखी मुलाकात न हो पाई।

अगर तालाश करूँ तो कोई मिल जायेगा
मगर आपकी तरह कौन हमें चाहेगा
आपके साथ से ये मंजर फरिश्तों जैसा है
आपके बाद में मौसम बहुत सतायेगा।

आप का साथ धूप में छांव है
आप का साथ समंदर में नाव है
आप का साथ अंधकार में प्रकाश है
कर रहे है आज आप को विदा
पर दिल में आपका ही नाम है।

मिट्टी से सोना बना दिया
भाग्य में नहीं था वो भी दिला दिया
विदा तो हो रहे हो आज आप हमारी जिंदगी से
पर जाते-जाते भी आपने खुशी के आंसू रुला दिया।

वक्त की हो धूप या तेज़ हो आँधियाँ,
कुछ क़दमों के निशाँ कभी नहीँ खोते,
जिन्हें याद करके मुस्कुरा दें ये आँखें,
वो लोग दूर होकर भी दूर नहीं होते।

मिली-जुली खुशी-गम के भावनाओं के साथ,
शुभकामना है आज विदाई के इस मौके में ये,
कि हो तुम्हारे जीवन की शुभ शुरुआत…



विदाई तो है दस्तुर जमाने का पुराना,
पर जहाँ भी जाना अपनी छाप कुछ ऐसे छोड़ जाना,
की हर कोई गुनगुनाएँ तुम्हारा ही तराना…


जब ज़रूरत थी परिवार की मिल गया,
जब ज़रूरत पड़ी प्यार की मिल गया,
यूँ कहाँ सीनियर आपसे हैं यहाँ ,
जब ज़रूरत पड़ी यार की मिल गया…



भोर गमगीन होकर, ख़बर लाई है,
दिन भी बैचेन है, धूप घबराई है,
आपको हम विदाई, दे दें मगर,
दिल सुबकने लगा, आँख भर आई है…



कोर पलकों की भीगी, तुम्हारे लिये,
हो मोहब्बत सभी की, तुम्हारे लिये,
आपकी शोहरतें, इत्र बनकर उड़े,
हर ख़ुशी हो ज़मीं की, तुम्हारे लिये…


लोग आते हैं जाते हैं,
हर जगह नई यादें बनाते हैं,
आज तुम भी हमें अपनी यादों के संग छोड़ जाओगे,
शुभकामनाएँ हैं हमारी ना रहे कोई ख्वाहिश अधूरी तुम्हारी…
Vidai Shayari



आप जैसा बड़प्पन, नहीं है कहीं,
आप जैसा सरल मन, नहीं है कहीं,
आपको हम विदा, आज कर दें मगर,
सीनियर ऐसा सज़्ज़न, नहीं है कहीं…



आपके वास्ते, कुछ भी कर जायेंगें,
आप कर दें इशारा, तो मर जायेंगें,
आपकी हर खुशी, हमको मंज़ूर है,
पर विदा आपको, हम ना कर पायेंगें…




आपको विदा करने
आँखों से मेरे आँसू आ रहे हैं,
इस हाल में आप हमें
क्यों छोड़कर जा रहे है?

माना सख्त होते हैं और बहुत सताते हैं,
पर जो वक्त सिखाता है वहीं बॉस सिखाते हैं.

आपके जाने से हर तरफ सन्नाटा छाएगा,
आपको याद करके ये दिल भी उदास होगा,
आपको हो न हो पर आपकी कमी का एहसास हमे जरूर होगा.

फिक्र करूं या जिक्र करूं,
आपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं.

बिछड़ने के बाद ही लोग मिलते हैं,
जब मिलते है तो जज्बातों के कमल खिलते है.

कहाँ से शुरू करें, कुछ समझ नहीं आता है,
आपकी विदाई के ज़िक्र से, दिल भर आता है,
आपकी ज़िंदादिली के, किस्से इतने मशहूर हैं,
कि सम्मान से हम सबका, सर झुक जाता है.



मिली-जुली खुशी-गम के भावनाओं के साथ,
शुभकामना है आज विदाई के इस मौके में ये,
कि हो तुम्हारे जीवन की शुभ शुरुआत.

हमारे सीनियर ने थोड़ा सताया भी पर,
बड़े भाई की तरह प्यार जताया भी,
थोड़ा परेशान किया रस्तों पर,
पर सही रास्ता बताया भी.

तुम्हें जरूर कोई चाहतों से देखेगा,
मगर वो आँखें हमारी कहाँ से लाएगा.

लोग आते है जाते है,
हर जगह नई यादें बनाते है,
आज तुम भी हमें,
अपनी यादों के संग छोड़ जाओगे.

खूबियां इतनी तो नहीं हम मे की तुझे कभी याद आयंगे,
पर इतना तो ऐतबार है हमें खुद पर आप हमें कभी भूल नहीं पाएंगे.

आप थे तो, सफल हो गए आप थे तो,
हवा सारे गम हो गए हम अकेले चले तो,
बहुत खार थे आपके साथ राहों में गुल हो गए.

आप के जाने की उदासी इस दिल से हटायें कैसे,
आप तो दिल में ही रहते है पर दिल को समझाये कैसे.



न जाने ये दो साल कैसे गुजर गया,
आज जब आँखें खुली तो,
विदाई की ये महफिल नजर आया.

कभी नालायक हुआ करते थे, आज लायक बन गएजिन्दगी में ना जाने कब क्या कर गए आप ही बताओ अब कैसे कर दे आपको विदा…जिनकी शिक्षा और प्यार से हम आज क्या से क्या बन गए।

आपकी सोच को आवाज हम देंगे,
आपके ख्वाब को आगाज हम देंगे,
आपके जाने पर इतना भरोसा दिलाते हैं,
आपके इरादों को परवाज हम देंगे।

कांटों की राह को आपने,
गुलों का बिछौना कर दिया,
बड़ा था पहाड़ मुश्किलों का,
आपने उसे बौना कर दिया।

भले ही आप जा रहे हैं यहां से, पर शान हम बनाएंगे,
हमेशा ही विजेता रहने की, यही पहचान हम बनाएंगे,
गम न करो कि आपके जाने के बाद यहां क्या होगा,
कंपनी को ऊंचाई तक पहुंचाने की उड़ान हम बनाएंगे।बहुत सीखा आपसे और नए-नए काम मिले,



आपने हमेशा यही चाहा कि हमें नई पहचान मिले,
सच कहूं, तो कुछ नहीं था मैं आपसे मिलने से पहले,
निकले थे सफर पर एक ही और तज़ुर्बे तमाम मिले।


Prakash Roy

Prakash Roy, the founder of pktric.club. I have completed B Tech in-stream Electrical & Electronic Engineering. I love to share my knowledge and Creativity.....

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